कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के खतरे को कहीं भी आने जाने में रोक है, जिसकी वजह से छात्र अपने घर नहीं जा पा रहे हैं.....
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जयपुर।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हजारों छात्र देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से इन दिनों कोटा में फंसे हुए हैं. कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के खतरे को कहीं भी आने जाने में रोक है, जिसकी वजह से छात्र अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. वे कोटा में ही फंसे हैं. इसके अलावा कोई और विकल्प उनके पास नहीं है.
कोटा में फंसे छात्रों ने निराश होकर #helpkotastudents और #sendusbackhome हैशटैग के साथ एक ट्विटर अभियान शुरू किया है. स्टूडेंट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला (जो कोटा से सांसद हैं), मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्यों को टैग कर रहे हैं.
ये छात्र उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार समेत कई राज्यों के रहने वाले हैं. वे आईआईटी-जी और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा में कोचिंग करते हैं. इन छात्रों ने ट्विटर पर 70 हजार से ज्यादा मेसेज शेयर करके अपनी चिंताओं, चुनौतियों, खतरों और दर्द को बयान किया है. एक छात्र अंशू महाराज ने ट्वीट किया है, 'हम न पढ़ पा रहे हैं और न हमें खाने को कुछ मिल रहा है. हम बिल्कुल बेसहारा हो गए हैं. कृपया हमारी मदद करें.'
आदित्य कुमार नाम के एक अन्य छात्र ने पीएम और उत्तर प्रदेश के सीएम को टैग किया है. उन्होंने ट्वीट किया है, 'हमारे हॉस्टल का मालिक पैसा मांग रहा है और बार-बार हमें परेशान कर रहा है. हम पूरी तरह निराश हो चुके हैं. अब आपसे ही एक उम्मीद है.' इस तरह कई छात्रों ने ट्वीट करके अपनी परेशानी बयान की है.
*लॉकडाउन से बढ़ी परेशानी*
कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए पहले चरण में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया था. अब इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है. लॉकडाउन से ज्यादा परेशानी मजदूर वर्ग और छात्रों को है जो अपने घरों से दूर रह रहे हैं. इस समय में रहने के लिए मकान और खाने का जुगाड़ उनके लिए बहुत मुश्किल काम बन गया है.