Thursday, August 20, 2020

बाबा रामदेव मंदिर कब खुलेगा 2020,बाबा रामदेव मंदिर रूणिचा,बाबा रामदेव

 बाबा रामदेव मंदिर कब खुलेगा 2020,बाबा रामदेव मंदिर रुणिचा, बाबा रामदेव मंदिर

जन जन के आराध्य और लोक देवता बाबा

रामदेव के 636वें भादवा मेले की दूज के

दिन समाधि परिसर पूरी तरह से खाली रहा।

वहीं बाबा की समाधि का अभिषेक भी बिना

श्रद्धालुओं के जयकारों के साथ किया गया।

कोविड-19 महामारी के चलते रामदेवरा में

इस वर्ष आयोजित होने वाला भादवा मेले को

प्रशासनिक तौर पर स्थगित करने के कारण

रामदेवरा में भादवा मेले का आयोजन नहीं

हुआ। जिससे रामदेवरा में प्रतिवर्ष दूज के दिन

जहां लाखों श्रद्धालु उमड़ते हैं।

वहीं इस वर्ष कस्बे में दूज के दिन एक भी

श्रद्धालु समाधि परिसर में नहीं दिखाई दिया।

दूज के दिन से भादवा मेले का विधिवत

शुभारंभ होता है और 15 दिन तक भादवा

मेले का आयोजन किया जाता है। गुरूवार को

मेले का आयोजन किया जाता है। गुरूवार को
दूज के अवसर पर रामदेवरा में इक्का दुक्का
यात्री ही दिखे।
वहीं समाधी परिसर के आस-पास पुलिस
जाब्ता तैनात होने के कारण श्रद्धालुओं को
समाधि परिसर के मुख्य द्वार तक भी नहीं
जाने दिया गया। गौरतलब है कि रामदेवरा में
भादवा माह में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले
भादवा मेले में लाखों श्रद्धालु बाबा की समाधि
पर माथा टेकने आते हैं और मन्नत मांगते हैं।

Sunday, August 16, 2020

रेखाराम बेनिवाल| बाडमेर गुडामालानी रेखाराम बेनिवाल की गोली मारकर हत्या

 आरजीटी थाना क्षेत्र में बजरी माफिया में खूनी झड़प एक हिस्ट्रीशीटर की मौत


बाड़मेर (गुड़ामालानी) : बजरी खनन माफियाओं के दो पक्षों के बीच फायरिंग, एक की मौत


बाड़मेर में बीती रात बजरी खनन माफिया में विवाद हो गया. जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर फायरिंग कर दी. जिससे तरफ एक व्यक्ति घायल हो गया. जिन्हें अस्पताल ले जाते वक्त बीच रास्ते मे दम तोड़ दिया मृतक का नाम आरजीटी थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर रेखाराम बेनीवाल बताया जा रहा है.


आरजीटी थाना इलाके के भाटाला गांव में बीती रात बजरी खनन माफिया के दो पक्षो में अवैध बजरी खनन को लेकर विवाद हो गया. इस विवाद में हुई फायरिंग होने एवं मारपीट से एक पक्ष के घायल की इलाज के लिए सांचोर ले जाते वक्त रास्ते मे मौत हो गई.



भाटाला गांव में बजरी खनन खननं को लेकर दोनो पक्षों में करीब 15 दिन पहले भी विवाद हो चुका था. जिसका मुकदमा भी दर्ज हुआ था. बीती रात जब दोनों पक्षो में वार्ता के बाद समझौता भी हुआ था इस दौरान उनके बीच फिर झगड़ा हो गया. यहां आरोपियों ने एक-दूसरे पर फायरिंग कर मारपीट की. जिसमें फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. गुडामालानी अस्पताल में मोर्चरी में रखवाया गया है।

Saturday, August 15, 2020

मौसम जानकारी राजस्थान today| राजस्थान में कहा कहा बारिश होगी 2020

 राजस्थान के इन जिलो में होगी भारी बारिश


राजस्थान के जालोर व बाडमेर में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग नी दी जानकारी अगले 48 घंटें में भारी बारिश की चेतावनी इधर देखा जाए तो जोधपुर में बारिश आफत बनी हुइ है तथा जोधपुर में दो दिन की बारिश ने जन जीवन को काफी हद तक नुकसान पहुचाया है और बारिश के साथ गलियों तथा मोहले में करीब पाच पाच फिट मिटटी का जमाव हो गया तथा बाहर खडे यातायात मोटरसाइकिल टेक्सी आदि मिटटी में दब गए


बाड़मेर में भारी बारिश की चेतावनी

बाड़मेर के सिणधरी तथा धोरीमन्ना तारतार चौहटन मै हाइ अलर्ट जारी किया गया है यहा अगले  48 घंटे में भारी बारिश हो सकती है


जालोर में रे

ड अलर्ट

जालोर के भीनमाल साचोर रानीवाडा जसंवन्तपुरा आदि में बारिश का हाइ अलर्ट जारी

Tuesday, May 19, 2020

जालोर जिले में आज आए 10 और कोरोना रोगी कुल मरीजों की संख्या 107

जालोर जिले में आज आए 10 और कोरोना रोगी कुल मरीजों की संख्या 107


जालोर जिले में आज आए 10 और कोरोना रोगी कुल मरीजों की संख्या       

पल पल कोरोना पर नजर ।


Tach news by hanuman soni

जिले में Corona virus  के मामलों में इजाफा,
आज 10 नए पॉजिटिव मरीज आये सामने
जिले में आंकड़ा पहुंचा 107रोडला आहोर में 1, जूनी बाली में 3, लाखनी में 1, कलापुरा जालोर में 1, जसवन्तपुरा में 3,  सरत सियाणा में 1 पॉजिटिव आये सामनेरायथल के 2 पॉजिटिव की वापस रिपोर्ट आई पॉजिटिव2 संक्रमित लोगों की हो चुकी है मौत

Monday, March 2, 2020

भारत में मिला अरबों रूपये का सोना 2020

भारत में मिला अरबों रूपये का सोना

                       
  इस देश को यूँ ही सोने की चिड़िया नहीं कहा जाता है..!
3500 टन की सोने की चट्टान उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में भंडार मिलने से पूरे देश में उत्साह का माहौल है। रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब तीन हजार टन से ज्यादा का भंडार सोनभद्र की मिट़्टी के नीचे दबा हुआ है। यही नहीं सोनभद्र के नीचे दबी सोने की चट्टान के आकार के बारे में आप जानेंगे तो आपके होश उड़ जाएंगे। प्रशासन की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि सोनभद्र के हरदी गांव के इलाके की दो पहाड़ियों में सोने, अयस्कों और यूरेनियम समेत कई धातुओं का बड़ा भंडार है। वहीं सोनभद्र के नीचे दबी सोने की चट्टान एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी और 18 मीटर गहरी है। इस सोने की चट्टान 15.15 मीटर बताई जा रही है।
                      
सोनभद्र के नीचे दबा सोना लगभग दो ट्रेनों के बराबर बताया जा रहा है। ये भी माना जा रहा है कि सोनभद्र का सोना मिलने से भारत के पास मौजूद सोने का भंडार कई गुना बढ़ा देगा। इसके साथ ही मौजूदा भंडार के मिलने से वो दुनिया में दूसरे नंबर पर आ जाएगा।
सोने के भंडार में इस वक्त अमेरिका पहले नंबर पर है। अमेरिका के पास 8,133.5 टन गोल्ड रिजर्व है। तो वहीं इस वक्त जर्मनी के पास 3,366 टन और तीसरे नंबर पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा फंड के पास 2,814 टन सोना बताया जा रहा है। इसके बाद इटली, फ्रांस, और रूस का नंबर आता है।
सोनभद्र में सोने की खोज होने के बाद से भारत पूरी दुनिया की नजर में आ गया है। सोनभद्र की पहाड़ियों के भीतर सोने का पता लगाने वाले डॉक्टर मिश्रा ने मीडिया के बताया कि जमीन के नीचे सोने का भंडार पास ही पास मौजूद है जो कि दो हिस्सों में बंटे हुए हैं। कहा जाता है कि भारत में अंग्रेजों के शासनकाल में भी इस सोने के भंडार के बारे में पता करने की कोशिश की गई थी लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए थे। इस खजाने को खोजने के लिए भारत को 40 साल का लंबा वक्त लग गया।
जानकारी के मुताबिक कई लोगों का कहना है कि पहाड़ियों में अंग्रेजों के समय हुई सोने की खोज के चलते पहाड़ी का नाम 'सोन पहाड़ी' पड़ गया था। जंगलों में रहने वाले आदिवासियों का मानना है कि अंग्रेजों के समय से ही हम इसे 'सोन पहाड़ी' के नाम से जानते हैं।
आदिवासियों का कहना है कि हमें जरा भी अंदाजा नहीं था कि इन पहाड़ियों के नीचे इतना सोना दबा होगा।
कई सालों बाद सबसे पहले 2005 में सोने की खान पता लगाने की कोशिश की गई थी। उस वक्त भी शुरुआती जांच में धातु होने की संभावना जताई गई थी लेकिन धातु के प्रकार और मात्रा के बारे में अंदाजा नहीं लगा सके थे।

सोनभद्र के हरदी में जमीन के नीचे सोना होने की पुष्टि होने के बाद सरकार ने सोने को लेकर कवायद शुरू कर दी है। सरकार ने ई-टेंडरिंग के जरिए ब्लॉकों की नीलामी के लिए सात सदस्यीय टीम का गठन किया है और क्षेत्र की टैगिंग का कार्य किया जाएगा। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई), जिला प्रशासन और खनिज विभाग सोनभद्र के इलाकों की जांच कर रही है। इसके साथ ही विद्युत, चुंबकीय और स्पेक्ट्रोमीटर उपकरणों का प्रयोग कर जांच की जा रही है।
बता दें ताजा रिपोर्ट में  हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार होने की पुष्टि हुई है। तो वहीं सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार होने की पुष्टि हुई है। सोने के अलावा यूरेनियम, दूसरे अयस्कों के भी भंडार होने की बात सामने आ रही

Monday, February 17, 2020

पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ 2020

पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ 2020

पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ 2020

1919 में पृथ्वी की उत्पत्ति के संबंध में ज्वारीय परिकल्पना प्रस्तुत किए और सन 1929 में जयपुर में कुछ संशोधन करके इस परिकल्पना को कुछ कली तथ्यों के आधार पर प्रस्तुत किया गया है प्रारंभ में सूर्य गैस का बहुत बड़ा गोला था सूर्य के साथ भ्रमण में दूसरा विशालकाय तारा था जिस प्रकार चंद्रमा के द्वारा जल की सतह पर ज्वार उत्पन्न होता है उसी प्रकार इन वैज्ञानिकों ने समानता बताकर अपने सिद्धांतों को आगे बढ़ाया एक विशाल तारा निहारिका अर्थात वर्तमान सूर्य के पास से गुजरने लगा इससे तारे की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के पदार्थ में ज्वार उत्पन्न हुआ और परिणाम स्वरूप सूर्य में से कुछ पदार्थ निकला जैसे जैसे तारा सूर्य के पास आता गया वैसे-वैसे सूर्य से अधिक पदार्थ निकलता गया और जब सबसे कम दूरी पर तारा आ गया तब सबसे अधिक ज्वार के रूप में सूर्य से निकला जैसे ही तारा अपने मार्ग पर आगे बढ़ा वैसे ही पूर्ण सूर्य और तारीख की बीच की दूरी परिणाम स्वरूप पदार्थ निकलने लगा अंत में तारा अपने मार्ग में चला गया लेकिन सूर्य  के द्वारा निकला हुआ भाग सूर्य सितारे जाते समय एक क्षण और सूर्य के केंद्रीय दोनों शक्तियों के कारण अलग हो गया लेकिन सूर्य की गति के कारण तारे  के साथ लगा हुआ था और उसने एक सिंगार अथवा उनके दोनों टूटने से दोनों का निर्माण हुआ इसी प्रकार से अधिक और छोटे ग्रहों का निर्माण हुआ है उसका कुछ ठंडा होने पर निर्माण हुआ है